Pritvi Par Jivan Lesson Plan For B.Ed/D.El.Ed : पृथ्वी पर जीवन पाठ योजना
आज हम Class 6th, 7th, 8th के लिए पृथ्वी पर जीवन पाठ योजना यानी कि Pritvi Par Jivan Lesson Plan लेकर आये हैं | जो Student शिक्षक बनने के लिए B.Ed / D.El.Ed की पढाई कर रहे हैं वह 6th, 7th, 8th के Students का Pritvi Par Jivan Lesson Plan लेकर आये हैं |
- Class : 6th 7th 8th Class
- Subject : Social Science (सामजिक अध्ययन)
- Skill : Reinforcement Skills
- Topic : Pritvi Par Jivan Lesson Plan (अकबर का शासन काल पाठ योजना)
- Type : Simulated Lesson Plan In Hindi
Pritvi Par Jivan Lesson Plan
Date : | Duration Of The Peroid : |
Pupils Teacher Name : | Pupil Teacher’s Roll Number : |
Class : | Average Age Of the Pupils : |
Subject : | Topic : |
विषय वस्तु विश्लेषण
सामान्य उद्देश्य
- विद्यार्थियों में उनके निवास से संबंधित जानकारी उपलब्ध कराना |
- शिक्षार्थियों में पृथ्वी पर हमारा जीवन कैसे संभव है, विषय संबंधित जानकारी देना |
अनुदेशनात्मक उद्देश्य
- पाठ पढ़ाने के बाद छात्रों से अपेक्षा की जाती है कि वे जैवमंडल के बारे में जान सकेंगे |
- छात्र जैव मंडल के विभिन्न भागों के बारे में जान सकेंगे |
- छात्र जैव विविधता की व्याख्या कर सकेंगे |
- छात्र जैव विविधता के बारे में समझ सकेंगे |
- छात्र विभिन्न प्रयोगों द्वारा पाठ को समझ सकेंगे कि हरे पौधे अपना भोजन कैसे तैयार करते हैं|
सामान्य सहायक शिक्षण सामग्री – चौक, डस्टर, चौक-बोर्ड, संकेतक आदि
अनुदेशनात्मक सामग्री – जैव विविधता का दर्शाता हुआ चार्ट |
पूर्व ज्ञान परिकल्पना – छात्र अध्यापिका विद्यार्थियों के ज्ञान का यह अनुमान लगाकर चलती है कि विद्यार्थियों को मरुस्थल के बारे में सामान्य जानकारी होगी |
पूर्व ज्ञान परीक्षण – छात्र अध्यापिका विद्यार्थियों के पूर्व ज्ञान हेतु निम्नलिखित प्रश्न पूछेंगी |
छात्र अध्यापिका क्रियाएं | छात्र क्रियाएं |
हम जिस ग्रह पर रहते हैं उसे क्या कहते हैं ? | पृथ्वी |
कुल कितने ग्रह हैं ? | नौ |
पृथ्वी का आकार कैसा है ? | गोल |
स्थलमंडल को दूसरे किस नाम से जाना जाता है ? | कोई उत्तर नहीं |
उपविषय की घोषणा – छात्रों के अंतिम प्रश्न का संतोषजनक उत्तर ना मिलने पर छात्र अध्यापिका उप विषय की घोषणा करेंगी कि अच्छा बच्चों आज हम ‘पृथ्वी पर जीवन’ के बारे में पढ़ेंगे |
प्रस्तुतीकरण – छात्र अध्यापिका व्याख्यान विधि व चार्ट के माध्यम से कक्षा में अपना पाठ प्रस्तुत करेंगी|
शिक्षण बिंदु | छात्र अध्यापिका क्रियाएं | छात्र क्रियाएं | चॉक बोर्ड कार्य |
पृथ्वी पर जीवन | पृथ्वी अकेला ग्रह है| जहाँ जीवित रहने के लिए उपर्युक्त स्थितियाँ पाई जाती है| जीवन सबसे पहले महासागरों में हुआ था| समय के साथ- साथ पहले जीवन विकसित हुआ तथा विभिन्न प्रजातियाँ में अधिक से अधिक बंट गया और जैसा कि हम देखते है कि इस विकास क्रम ने जैव विविधता को पर्याप्त विकसित किया है|
प्रश्न – ऐसा कौन सा ग्रह है जहाँ जीवन पाया जाता है ? |
पृथ्वी |
पृथ्वी पर जीवन |
जैवमंडल | पृथ्वी के जिस भाग पर जीव रहते है वह जैव मंडल कहलाता है| | पृथ्वी के जिस भाग पर जीव रहते है वह जैव मंडल कहलाता है| | |
स्थलमंडल | इस मंडल में वायुमंडल, स्थलमंडल, जलमंडल के भाग सम्मिलित हैं| मनुष्य जैवमंडल का सबसे महत्वपूर्ण अंग है| समय के साथ मानव जीवन के विकास में जीवन के अनेक रूपों में प्रभाव डाला है| | स्थलमंडल | |
जैवविविधता | समय के साथ मानव जीवन के विकास में जीवन के अनेक रूपों में प्रभाव डाला है| समय के साथ-साथ जब से पृथ्वी पर जीवन विकसित हुआ है | तभी से वह विभिन्न प्रजातियों में बंधता गया है और इस विकास क्रम के अंतर्गत जीवो की विभिन्न प्रजातियां होने को जैव विविधता कहते हैं|
जलवायु की विभिन्नता के कारण भारत में अलग-अलग वनस्पतियां पाई जाती हैं| |
छात्र अपनी उत्तर पुस्तिका में लिख रहे हैं| | जैवविविधता |
वनों के प्रकार | पृथ्वी पर मनुष्य के साथ-साथ तथा अन्य वन्य जीव भी रहते हैं वनों को मोटे रूपे से सदाबहार और पर्णपाती वनों में विभाजित किया गया है, सदाबहार वन हर ऋतु में हरे भरे रहते हैं| पर्णपाती वन विशेष ऋतु में अपने पत्ते गिरा देती है | यह शुष्क ऋतु में होते हैं| | छात्र ध्यान पूर्वक से सुन रहे हैं| | वनों के प्रकार |
सामान्यीकरण – ऐसा सामान्यीकरण छात्र अध्यापिका द्वारा किया जाता है कि विद्यार्थियों को पृथ्वी पर जीवन के बारे में जानकारी हो गई होगी |
पुनरावृत्ति –
जीवन सबसे पहले कहां विकसित हुआ ?
गृहकार्य –
जैवमंडल क्या है ? जैवमंडल में कौन-कौन से मंडल सम्मिलित है ?